Indigo vs Mahindra: इंडिगो और महिंद्रा के बीच ट्रेडमार्क विवाद 2024
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Mahindra Electric Automobiles और Indigo एयरलाइंस के बीच ट्रेडमार्क को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इंडिगो ने दिल्ली हाई कोर्ट में महिंद्रा की इलेक्ट्रिक कार BE 6 के नाम पर आपत्ति जताते हुए मुकदमा दायर किया है।
इंडिगो का दावा है कि 6E उनके ब्रांडिंग और सेवाओं का एक अहम हिस्सा है, जबकि महिंद्रा ने इसे क्लास 12 के तहत रजिस्टर करवा लिया है। जानिए इस कानूनी विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
Indigo vs Mahindra: इंडिगो और महिंद्रा के बीच ट्रेडमार्क विवाद
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल के खिलाफ अपने नए इलेक्ट्रिक वाहन BE 6 में “6” शब्द के इस्तेमाल को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में ट्रेडमार्क उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंटरग्लोब एविएशन ने महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल लिमिटेड के खिलाफ यह मामला दायर किया है। यह मामला 3 दिसंबर को जस्टिस अमित बंसल की बेंच के सामने आया। हालांकि, जस्टिस बंसल ने मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। अब इस मामले की सुनवाई 9 दिसंबर को हो सकती है।
मामले में इंडिगो का पक्ष रखने वाले वकील संदीप सेठी ने कोर्ट को बताया कि महिंद्रा ने कल शाम एयरलाइंस से संपर्क किया था और इस मुद्दे पर चर्चा करने का प्रयास किया था। दरअसल, इंडिगो एयरलाइंस “6E” कॉल साइन के बैनर तले ऑपरेट करती है। यह कंपनी की फ्लाइट ब्रांडिंग का एक अहम हिस्सा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 6E ब्रांड के तहत इंडिगो अपने पैसेंजर्स को सेवाएं उपलब्ध कराती है। इसमें 6E प्राइम और 6E फ्लेक्स जैसी सेवाएं शामिल हैं।
- 6E प्राइम में सीट चुनने, प्रायोरिटी चेक-इन और कॉम्प्लिमेंट्री स्नैक्स जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।
- 6E फ्लेक्स में अनलिमिटेड रीशेड्यूलिंग और फ्लाइट कैंसिल करने की फ्लेक्सिबिलिटी रहती है।
इनके अलावा, 6E के तहत एक्स्ट्रा बैगेज, प्री-बुक्ड मील्स और लाउंज एक्सेस जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक
इंडिगो ने साल 2015 में क्लास 9, 35, 39 और 16 के तहत वर्ड मार्क “6E” के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया था। ट्रेडमार्क क्लास वह श्रेणियां होती हैं जिनका इस्तेमाल ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन के लिए किया जाता है। अलग-अलग क्लास को व्यवसायों और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस के दायरे में निर्धारित किया जाता है।
- क्लास 9 के तहत इंडिगो के पास इसके इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन और एडवरटाइजिंग की अनुमति है।
- क्लास 35 के तहत इंडिगो बैनर विज्ञापन, ऑनलाइन विज्ञापन और टेलीविजन विज्ञापन जैसी सेवाओं का इस्तेमाल कर सकती है।
- क्लास 39 के तहत इंडिगो 6E का इस्तेमाल पैसेंजर्स और गुड्स के ट्रांसपोर्ट के लिए कर सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 25 नवंबर को ट्रेडमार्क रजिस्ट्रार ने महिंद्रा इलेक्ट्रिक की तरफ से आए वर्ड मार्क BE 6 को क्लास 12 के तहत रजिस्टर्ड करने की अनुमति दी थी। इसका मतलब है कि महिंद्रा अब “6E” के तहत अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग कर सकती है और इस नाम का इस्तेमाल भी कर सकती है।
महिंद्रा ने अपनी इलेक्ट्रिक कार BE 6 हाल ही में रिवील की है। हालांकि, इस कार के लिए बुकिंग अभी नहीं खुली है। फरवरी 2025 से यह कार सड़कों पर दिखने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर, महिंद्रा की इलेक्ट्रिक कार लॉन्च के साथ ही मुश्किल में फंसती दिख रही है।
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