साफ और तेज नजर के लिए अपनाएं ये 10 चमत्कारी टिप्स 2024

साफ और तेज नजर के लिए अपनाएं ये 10 चमत्कारी टिप्स 2024

साफ और तेज नजर:आजकल के इस डिजिटल जमाने में हम सबकी जिंदगी किसी ना किसी स्क्रीन के आसपास ही घूमती रहती है चाहे वह आपका स्मार्टफोन हो लैपटॉप हो या फिर टीवी हो हम सब कहीं ना कहीं इन सब चीजों के आदी हो चुके हैं इनके एडिक्ट बन चुके हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह कांस्टेंट स्क्रीन टाइम हमारी आंखों के ऊपर कितना ज्यादा बुरा असर डाल सकता है ।

हमारी आंखें इस दुनिया को देखने का एकमात्र जरिया है यह आप जानते हैं लेकिन आजकल के इस टाइम में आईसाइट इश्यूज बहुत ही ज्यादा कॉमन होते जा रहे हैं और यह प्रॉब्लम अब सिर्फ बुढ़ापे तक ही सीमित नहीं है बल्कि यंग एज में भी बहुत ही कॉमन होती जा रही है According to  WHO  दुनिया भर में लगभग 2.2 बिलियन लोगों को किसी ना किसी तरह की विजन प्रॉब्लम्स या फिर ब्लाइंडनेस का सामना करना पड़ता है और यह हैरानी की बात है कि इनमें से करीब-करीब 1 बिलियन केस ऐसे हैं जिनको पहले प्रिवेंट किया जा सकता था अगर इनके बारे में सही टाइम पे कोई कदम उठा लिया जाता।

आखिर ये प्रॉब्लम्स आजकल इतनी ज्यादा कॉमन क्यों बढ़ती जा रही है

 

इसकी वजह है हमारा बदलता हुआ लाइफस्टाइल ,एक्सेस स्क्रीन टाइम, पुअर डाइट लैक ऑफ स्लीप स्ट्रेस पोल्यूशन और जेनेटिक फैक्टर्स ये सब कुछ मिलके हमारी आंखों के ऊपर कांस्टेंटली असर डालते हैं जो कि आगे चलकर सीरियस प्रॉब्लम्स क्रिएट कर सकता है लेकिन कुछ सिंपल फूड्स और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से आप अपनी आईसाइट को नेचुरली इंप्रूव कर सकते हैं ।

जो फूड्स है और जो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हैं  यह रिफ्रैक्टिव एरर्स को यानी नजदीक और दूर की जो नजर होती है कमजोर उसको ठीक नहीं करती हैं लेकिन ये सीरियस आई कंडीशंस जैसे कि मैकुलर डिजनरेशन , मोतिया बिंद और ड्राई आई सिंड्रोम को प्रिवेंट करती हैं इनको बढ़ने से रोकती हैं और यह साइंटिफिकली प्रूवन है टू हेल्प प्रिवेंट और स्लो डाउन द प्रोग्रेशन ऑफ विजन लॉस यानी आखों की रोशनी को जाने से रोकती हैं उसको प्रिजर्व करके रखती हैं कहीं ना कहीं इंप्रूव भी करती है यानी कि इनका जो रेगुलर यूज है यह आपकी आंखों की हेल्थ को मेंटेन करने में आपकी मदद करता है।

मैं आपके साथ शेयर करूंगा ऐसे 10 पावरफुल फूड्स और आयुर्वेदिक हर्ब्स जो कि आपकी आईसाइट को नेचुरली इंप्रूव करने में आपकी हेल्प करेंगे  हम जानेंगे कि साइंस और आयुर्वेद इन चीजों के बारे में क्या कहता है और साथ ही यह भी जानेंगे कि इन्हें यूज कैसे करना है और इन्हें यूज करते टाइम क्या-क्या प्रिकॉशंस लेना है।

 

गाजर: carrot

गाजर आपकी आई साइट के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है हम सबने सुना होगा कभी ना कभी अपने बड़े-बड़े को कहते हुए कि कैरेट्स खाने से आंखों की रोशनी बढ़ जाती है लेकिन आखिर यह कितना सच है ये जानते हैं गाजर के अंदर बीटा कैरोटीन होते हैं

जो कि एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है ये बीटा कैरोटीन हमारी बॉडी के अंदर विटामिन A के अंदर कन्वर्ट हो जाते हैं और ये विटामिन A ही हमारी आंखों के लिए क्रुशल होता है विटामिन A रेटिना के लिए जरूरी होता है जो कि लाइट को एब्जॉर्ब करने और विजन को क्लेरिटी देने में हमारी मदद करता है स्पेसिफिकली ये नाइट विजन के लिए काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट है यानी कि इससे रात के अंदर या फिर अंधेरे के अंदर देखने की जो हमारी एबिलिटी होती है वो बढ़ जाती है।

अगर हम आयुर्वेद की बात करें तो गाजर को चक्षुष्य माना जाता है यानी कि ऐसे फूड्स जो आंखों के लिए बेनिफिशल होते है। गाजर को आप कच्चा खा सकते है या फिर जूस निकाल कर पी सकते है इसके अलाव गाजर को कद्दूकस करके दूध के अंदर पका कर खाना भी आंखों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।

 

आंवला: Amla

आंवले को आयुर्वेद में एक अमृत फल माना जाता है और यह सिर्फ हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए नहीं बल्कि स्पेसिफिकली आईसाइट के लिए भी बहुत ही ज्यादा फायदेमंद चीज है आंवले  में विटामिन C होता है जो कि एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है जो कि हमारी आंखों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने का काम करता है।

आमले को आप इसके सीजन में फ्रेश चटनी बनाकर खा सकते हैं या फिर आप चाहें तो इसका मुरब्बा खा सकते हैं साल भर या फिर इसके टुकड़े आप बारीक बारीक काट के थोड़े से पानी के अंदर ब्लेंड करके इसका जूस बना लीजिए और उसको भी आप रोजाना पी सकते हैं इसके अलावा अगर आप चाहें तो आमले का पाउडर या फिर त्रिफला भी इस्तेमाल कर सकते हैं इसके अंदर थोड़ा सा आप एक चम्मच त्रिफला पाउडर या फिर आमला पाउडर लेके उसमें हनी मिलाकर आप सुबह-सुबह खाली पेट इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

पालक: spinach

पालक हमारी आईसाइट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है इसमें लूटीन और जेक्सेंथीन नाम के दो पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि हमारी आंखों के रेटीना को यानी कि आंख का जो हमारा पर्दा होता है उसको प्रोटेक्ट करते हैं स्पेशली उन ब्लू लाइट से जो कि हमारे मोबाइल, टीवी और लैपटॉप की स्क्रीन से निकलती हैं और हमें बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं।

पालक का सेवन करने के कई तरीके होते हैं लेकिन बेस्ट रिजल्ट्स के लिए आप इसे लाइटली स्टीम करके या फिर सैलेड के रूप में आप इसको खाइए लाइट स्टीमिंग से पालक के जो न्यूट्रिएंट्स होते हैं वो खराब नहीं होते हैं और आपको मैक्सिमम बेनिफिट्स मिलते हैं इसके अलावा आप पालक को शेक्स के अंदर जूसेश और स्मूदीज के अंदर मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

या फिर चाहे तो अपने दाल में डाल के भी इसको आप खा सकते हैं लेकिन  एक बात का ध्यान रखिएगा कि पालक के अंदर ऑक्सलेट्स होते हैं जो कि किडनी स्टोंस को ट्रिगर कर सकते हैं इसलिए अगर आपको गुर्दे के अंदर पथरी की शिकायत है तो ऐसे में आपको पालक खाना अवॉइड करना चाहिए।

 

बादाम :Almond

बादाम के अंदर विटामिन Eकाफी हाई अमाउंट में होता है विटामिन E एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो कि हमारी आंखों को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाता है रेगुलरली बादाम को कंज्यूम करने से आप अपनी आंखों को डैमेज होने से बचा सकते हैं और उनकी हेल्थ को लंबे समय तक अच्छा रख सकते हैं आयुर्वेद में बादाम को बल्ले माना गया है यानी कि यह शक्ति प्रदान करने वाला फूड है बादाम स्पेसिफिकली हमारे ब्रेन और आइज के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इन्हें मजबूत बनाता है।

बादाम दो तरीके का होता है एक कैलिफोर्निया बादाम जो कि आमतौर पर मार्केट में मिलते हैं और एक होता है ममर बादाम जो कि आमतौर पर कश्मीर के अंदर पैदा होते हैं और छोटे साइज के होते हैं तो ममर बादाम अगर आपको मिल जाए  तो ये ज्यादा अच्छे होते हैं क्योंकि इनके अंदर ऑयल कंटेंट और एंटीऑक्सीडेंट से ज्यादा होते हैं आयुर्वेद के मुताबिक रात भर पानी में भिगोए हुए सात बादाम रोज सुबह-सुबह खाली पेट खाने से आप ना सिर्फ अपनी मेमोरी को शाप कर सकते हैं बल्कि अपनी आईसाइट को भी इंप्रूव कर सकते हैं।

ये आंखों के लिए एक तरह का टॉनिक है जो कि आप आसानी से अपने रूटीन के अंदर शामिल कर सकते हैं बिना किसी एक्स्ट्रा एफर्ट के वैसे कुछ लोग बादाम का तेल आंखों के अंदर डालने की भी सलाह देते हैं लेकिन आजकल के इस जमाने में आपको तेल अपनी आंखों में बादाम का नहीं डालना चाहिए क्योंकि अक्सर जो बादाम के तेल मार्केट मिलते हैं वो मिलावटी होते हैं तो इनको डालने से आपको फायदा तो हो ना हो कई बार नुकसान हो सकता है।

 

देसी घी: Desi Ghee

देसी घी आपकी आईसाइट के लिए बहुत ही पावरफुल सुपरफूड है अगर आप आयुर्वेद की बात करें तो घी को सात्विक फूड माना जाता है जो कि माइंड और बॉडी को नरेश करता है घी को आयुर्वेद में ओजस को बढ़ाने वाला कहा गया है जो कि बॉडी की वाइटल एनर्जी होती है ओजस स्ट्रांग होता है तो आपकी इम्युनिटी आपकी विटालिटी और आपकी आईसाइट भी इससे स्ट्रांग रहती है और ओवरऑल हेल्थ भी अच्छी रहती है।

घी को अपनी डाइट के अंदर शामिल करने के कई सारे सिंपल तरीके हैं आप डेली एक टीस्पून घी को अपनी सब्जी के अंदर डाल के या रोटी के ऊपर लगा के खा सकते हैं या फिर सुबह के टाइम में आप एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा सा चम्मच देसी घी का मिलाकर भी पी सकते हैं।

देसी घी को आप एक ड्रॉप अपनी आंखों क अंदर भी डाल सकते हैं बहुत सारी आयुर्वेदिक चिकित्सा में ऐसा किया जाता है लेकिन ये ध्यान रखिएगा कि अगर आप खुद अपने घर पर देसी घी को निकालते हैं तभी आप इसे अपनी आंखों में डालिए जो बाजार में देसी घी मिलता है इसके अंदर कई बार मिलावट होती है एसेंस डले हुए होते हैं तो ये अगर आप आंखों में डालेंगे तो इससे आपको नुकसान भी हो सकता है।

 

मेथी दाना: Fenugreek seeds

मेथी दाने में काफी सारे एसेंशियल  न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो कि हमारी आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं ये विटामिन A विटामिन C और आयरन का एक अच्छा सोर्स है जो कि आंखों की हेल्थ को सपोर्ट करते हैं मेथी सीड्स को यूज करने का एक बहुत ही सिंपल और इफेक्टिव तरीका है।

आप इन्हें एक टेबल स्पून लेकर रात को एक कप पानी के अंदर भिगो कर रख दीजिए और सुबह में इस पानी को आप पी लीजिए और भीगे हुए सीड्स आपके हैं उनको आप चबा चबाकर खा लीजिए आप मेथी सीड्स को अपनी कुकिंग में भी यूज कर सकते हैं मसलन के आप दाल के अंदर डाल सकते हैं सब्जी और करीज के अंदर डाल सकते हैं लेकिन सोक्ड मेथी सीड्स यानी पानी में भिगोकर इसको जो इस्तेमाल करने का तरीका है वो सबसे ज्यादा इफेक्टिव होता है।

 

सौंफ: fennel

सौंफ में काफी सारे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि आंखों को ऑक्सीडेटिव डैमेज से प्रोटेक्ट करते हैं अगर आप आयुर्वेद की बात करें तो फेनल सीड्स को यानी सौंफ को त्रिदोष माना जाता है यानी कि ये तीनों दोषों को वात, पित और कफ को बैलेंस करने में आपकी हेल्प करती है लेकिन यह स्पेसिफिकली पित दोष को रिड्यूस करने के लिए जानी जाती है जो कि आंखों में गर्मी, जलन, इंफ्लेमेशन, रेडनेस का कारण बन सकते हैं।

सौंफ को यूज करना बहुत ही सिंपल है आप सभी लोग जानते हैं कि इसे हम खाना खाने के बाद कई बार इस्तेमाल कर सकते हैं तो आप चाहे तो वैसे इसको ले सकते हैं नहीं तो आप इसको पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं इसके लिए एक टीस्पून आप फेनल सीट को ले लीजिए और गर्म पानी में 5 मिनट  तक इसको आप धीमी आंच पे पका लीजिए और उसके बाद इसको छानकर पी लीजिए यह काढ़ा आपकी आंखों के लिए काफी ज्यादा सदंग होता है और और आपकी आईसाइट को नेचुरली सपोर्ट करता है।

 

शंख पुष्पी: Shankha Pushpi

शंख पुष्पी एक पावरफुल हर्ब है जो कि आपके ब्रेन फंक्शन को एनहांस करने के लिए जानी जाती है ये मेंटल क्लेरिटी को इंप्रूव करती है स्ट्रेस लेवल्स को रिड्यूस करती है और साथ ही साथ ऑप्टिक नर्व की हेल्थ को भी सपोर्ट  करती है ऑप्टिक नर्व बेसिकली वो नर्व है वो नस है जो आंखों से दिमाग तक सिग्नल्स को लेकर जाती है और अगर यह हेल्दी रहेगी तो आपकी आई साइड भी इससे हेल्दी रहेगी।

शंख पुष्पी को आप पाउडर्ड फॉर्म में ले सकते हैं जो आप गर्म पानी या फिर दूध के साथ मिक्स करके डेली कंज्यूम कर सकते हैं मार्केट में शंक पुष्पी सिरप भी अवेलेबल है जो कि इक्वली इफेक्टिव होता है तो अगर आपको पाउडर लेने में अच्छा नहीं लगता है या उसका टेस्ट आपको पसंद नहीं है तो आप इसका सिरप या फिर इसके टेबलेट्स या कैप्सूल को भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

केसर: saffron

सैफरन में दो पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं क्रोसिन और क्रोसेटिन ये एंटीऑक्सीडेंट्स डायरेक्टली हमारी आंखों के रेटीना को प्रोटेक्ट करते हैं और विजुअल एक्यूटी  यानी देखने की क्लेरिटी को इंप्रूव करते हैं सैफरन को यूज करने के लिए आप इसके कुछ पीसेज को कुछ स्टैंड्स को गर्म पानी या दूध के अंदर मिलाकर डेली सुबह-सुबह कंज्यूम कर सकते हैं।

 

ब्रह्मी: Brahmi

ब्रह्मी को हम अक्सर मेंटल क्लेरिटी और मेमोरी के लिए यूज़ करते हैं   लेकिन इसका एक बहुत ही अच्छा रोल आईसाइट को एनहांस करने में भी होता है आयुर्वेद    में ब्रह्मी को मेध रसायन माना गया है यानी कि यह एक ऐसा टॉनिक है जो कि मेमोरी को और इंटेलिजेंस को एनहांस करता है।

आयुर्वेद के हिसाब से ब्रह्मी का रेगुलर यूज आईसाइट को भी शार्प करने में आपकी  हेल्प करता है और यह आंखों की ओवरऑल हेल्थ को भी सपोर्ट करता है ब्रह्मी को यूज करने के कई तरीके होते हैं आप ब्रह्मी पाउडर को गर्म पानी या फिर दूध के साथ डेली कंज्यूम कर सकते हैं या फिर मार्केट में ब्रह्मी के सप्लीमेंट्स या टेबलेट्स और कैप्सूल्स अवेलेबल हैं सिरप भी अवेलेबल है तो आप चाहें तो इनको भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

https://youtu.be/NOwLKJmyuvA?feature=shared

 

 

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