शनिवार, 19th जुलाई, 2025

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क्या नमक से हार्ट अटैक हो सकता है? जानिए पूरी सच्चाई 2025

नमक से हार्ट अटैक: हम सभी के लिए खाने में नमक का स्वाद लेना एक आम बात है। चाहे वो दाल हो या सब्ज़ी, नमक के बिना स्वाद अधूरा लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही नमक, जो आपके खाने को स्वादिष्ट बनाता है, धीरे-धीरे आपकी जान भी ले सकता है?

आप सोचेंगे – क्या ये कोई डराने वाली बात है? लेकिन नहीं, ये कड़वा सच है। नमक हमारी थाली में हर दिन चुपचाप शामिल होता है और धीरे-धीरे हमारे दिल को कमजोर करता चला जाता है। और हैरानी की बात यह है कि हममें से ज़्यादातर लोग इसके नुकसान से या तो अनजान हैं या जानबूझकर नजरअंदाज कर रहे हैं।

साइलेंट हार्ट अटैक: जब मौत बिना आवाज़ के आती है

पिछले कुछ वर्षों में आपने कई बार सुना होगा – “जवान था, फिट था, जिम जाता था, फिर भी हार्ट अटैक से मौत हो गई।”

यह नया सामान्य बनता जा रहा है। कभी कोई नाचते हुए, कभी खेलते हुए, ऑफिस में बैठा हुआ या सड़कों पर चलते-चलते गिर पड़ता है। और पता चलता है – मौत हार्ट अटैक से हुई। लेकिन यह आम हार्ट अटैक नहीं होता, यह “साइलेंट हार्ट अटैक” होता है – न कोई चेतावनी, न कोई लक्षण, सीधा दिल का फेल हो जाना।

इसका कारण क्या है? वैक्सीन? कोविड? तनाव? नमक से हार्ट अटैक? या कुछ और?

वैक्सीन या लाइफस्टाइल – कौन है कसूरवार?

कोविड-19 महामारी के बाद जब हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ीं, तो सोशल मीडिया पर सबसे पहले शक गया वैक्सीन की ओर। बहुतों ने कहा कि वैक्सीन से साइड इफेक्ट हुआ और दिल पर असर पड़ा। इस पर कई जांचें भी हुईं।

AIIMS और ICMR ने 18 से 45 साल के 300 लोगों पर रिसर्च की, जिनकी कोविड के बाद साइलेंट हार्ट अटैक से मृत्यु हुई थी। इनमें सभी ने वैक्सीन ली थी। लेकिन इन संस्थाओं ने साफ कहा – हार्ट अटैक और वैक्सीन के बीच कोई डायरेक्ट कनेक्शन नहीं मिला।

WHO की रिपोर्ट भी यही कहती है।

तो फिर सवाल उठता है – अगर वैक्सीन नहीं तो असली कारण क्या है?

जवाब है – आपकी जीवनशैली और नमक

एक साल में 150 से ज्यादा ऐसे केस दर्ज हुए हैं जो बताते हैं कि हमारी बदली हुई जीवनशैली इस मौत का बड़ा कारण है। अनियमित खानपान, नींद की कमी, तनाव, व्यायाम की कमी और बढ़ता मोटापा – ये सब हमारी सेहत को भीतर से कमजोर बना रहे हैं।

लेकिन इन सबके बीच सबसे ज़हरीला रोल जिस चीज़ का है, वो है – नमक।

नमक: स्वाद से ज़हर तक का सफर

नमक सिर्फ एक मसाला नहीं, शरीर के लिए एक आवश्यक खनिज भी है। लेकिन जरूरत से ज्यादा नमक खाना एक धीमा ज़हर साबित हो सकता है।

ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में औसतन हर व्यक्ति रोज़ाना 8–10 ग्राम नमक खा रहा है, जबकि WHO की सिफारिश है – दिन में 5 ग्राम से ज्यादा नहीं।

अब फर्क सिर्फ संख्या का नहीं है, यह फर्क दिल की धड़कन पर पड़ने वाले दबाव का है

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शरीर में नमक कैसे करता है नुकसान?

नमक में सोडियम होता है, और जब हम जरूरत से ज्यादा सोडियम लेते हैं, तो शरीर उसे संतुलित करने के लिए अधिक पानी खींचता है। इससे खून की मात्रा बढ़ती है, और दिल को उस खून को पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

इसका सीधा असर होता है – हाई ब्लड प्रेशर।

जब यह उच्च रक्तचाप लंबे समय तक बना रहता है, तो धमनियां सख्त हो जाती हैं और दिल पर दबाव इतना बढ़ जाता है कि हार्ट अटैक या स्ट्रोक हो सकता है।

WHO की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में हर साल 70 लाख लोग सिर्फ नमक की वजह से जान गंवा रहे हैं। भारत में यह आंकड़ा लगभग 1.75 लाख है।

क्या नमक से हार्ट अटैक हो सकता है? जानिए पूरी सच्चाई 2025

रोजमर्रा की चीज़ों में छिपा नमक

आप सोच सकते हैं कि “मैं तो ऊपर से नमक नहीं डालता,” लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आप रोज़ किन चीज़ों में कितना नमक खा लेते हैं?

अगर आपने दिन में एक समोसा खाया – लगभग 1 ग्राम नमक। कचौड़ी या आलू की सब्जी – 1.25 ग्राम। पांच पकोड़े – 2 ग्राम। छोले भटूरे – 3 ग्राम। 10 रुपये की भुजिया – 1 से 5 ग्राम।

यानि, दिन भर में सिर्फ स्नैक्स और एक टाइम का खाना ही आपको 10-12 ग्राम नमक दे देता है। ये वही मात्रा है जो आपके दिल के लिए सबसे ज़्यादा खतरनाक है।

आदत या ज़रूरत? क्यों डालते हैं ऊपर से नमक?

क्या आपने कभी सोचा कि खाने पर ऊपर से नमक छिड़कने की आदत कहां से आई?

भारत की पारंपरिक रसोई में तो हमेशा संतुलित मात्रा में ही नमक डाला जाता था। ऊपर से नमक डालने की यह आदत ब्रिटिश काल से आई जब यूरोप में खाने में नमक कम होता था और लोग ऊपर से नमक डालते थे। धीरे-धीरे ये आदत भारत में भी फैल गई।

अब हर टेबल पर नमक की शीशी रखी होती है और बिना सोचे समझे हम उसे इस्तेमाल करते रहते हैं।

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तो क्या नमक पूरी तरह बंद कर दें?

नहीं, बिल्कुल नहीं।

नमक शरीर के लिए ज़रूरी है। यह नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों और शरीर के पानी के संतुलन के लिए जरूरी होता है। लेकिन इसकी मात्रा सीमित होनी चाहिए।

WHO कहता है कि 5 ग्राम प्रति दिन से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। लेकिन भारत में औसतन 8 से 10 ग्राम खाया जा रहा है। यही खतरे की घंटी है।

नमक कम करने के उपाय

अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो कुछ सरल लेकिन प्रभावी कदम उठाएं:

1- खाने में ऊपर से नमक डालना बंद करें।
2- फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड (चिप्स, नमकीन, पैकेट वाला खाना) से दूरी बनाएं।
3- हर पैकेट पर नमक की मात्रा पढ़ें और लो-सोडियम विकल्प चुनें।
4- घर का ताजा खाना खाएं जहां नमक की मात्रा आप खुद नियंत्रित कर सकते हैं।
5- ताजे फल और सब्जियां ज्यादा खाएं – ये प्राकृतिक रूप से कम नमक वाले होते हैं।
6- नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आप हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं।

दिल की सेहत के लिए लाइफस्टाइल बदलाव ज़रूरी

सिर्फ नमक कम करने से बात नहीं बनेगी। एक संपूर्ण जीवनशैली अपनाना जरूरी है।

नींद पूरी करें। 6 घंटे से कम नींद लेने वालों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव कम करें। मानसिक तनाव स्ट्रेस हार्मोन बढ़ाता है जो ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है।
शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं। रोजाना चलना, हल्की एक्सरसाइज़ या योग दिल को मजबूत बनाते हैं।
फास्ट फूड से दूरी बनाएं। क्योंकि इसमें सिर्फ नमक ही नहीं, ट्रांस फैट और शुगर भी होती है जो दिल को नुकसान पहुंचाते हैं।

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एक छोटी सी सोच, बड़ी सेहत की शुरुआत

अचानक होने वाले हार्ट अटैक डराते ज़रूर हैं, लेकिन इससे डरने से ज्यादा जरूरी है – समझना और बदलाव लाना।

हर बार जब आप नमक छिड़कते हैं, तो एक बार सोचिए – क्या मैं अपने दिल पर बोझ डाल रहा हूं?

ये छोटा सा सवाल आपकी ज़िंदगी बदल सकता है।

निष्कर्ष: नमक से दोस्ती, लेकिन सीमाओं के साथ

नमक को पूरी तरह से दुश्मन नहीं बनाइए, लेकिन इसे अपनी सेहत का दुश्मन मत बनने दीजिए।

स्वस्थ दिल, स्वस्थ जीवन की नींव है। और दिल सिर्फ आपके लिए नहीं धड़कता, वो आपके परिवार के लिए भी धड़कता है।

इसलिए आज ही फैसला लीजिए – नमक कम करेंगे, थाली को स्वस्थ बनाएंगे, और अपनों के साथ एक लंबी, खुशहाल ज़िंदगी जिएंगे। source- Is Your Salt Slowly Killing You?

Q1. क्या रोज़ाना खाया जाने वाला नमक हार्ट अटैक की वजह बन सकता है?

उत्तर: जी हां, अगर आप रोज़ाना जरूरत से ज्यादा नमक खा रहे हैं तो यह आपके शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है, जिससे धीरे-धीरे दिल पर दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। WHO के अनुसार दिन में 5 ग्राम से अधिक नमक नहीं खाना चाहिए।

Q2. कौन-कौन से फूड्स में ज्यादा नमक छिपा होता है?

उत्तर: समोसे, कचौड़ी, आलू भुजिया, पकोड़े, छोले भटूरे, अचार, पापड़, चिप्स, प्रोसेस्ड फूड, इंस्टैंट नूडल्स, और नमकीन स्नैक्स में बहुत ज्यादा नमक होता है। इनका बार-बार सेवन करने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है।

Q3. क्या नमक पूरी तरह से बंद करना चाहिए?

उत्तर: नहीं, नमक पूरी तरह बंद करना भी नुकसानदायक हो सकता है। शरीर को सीमित मात्रा में नमक की जरूरत होती है ताकि नसें, मांसपेशियां और पानी का संतुलन ठीक रह सके। जरूरी है कि आप केवल 5 ग्राम तक का ही सेवन करें।

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