मंगलवार, 17 जून 2025

शुभमन गिल और ‘Prince’ बैट स्टिकर: एक छोटी बात से बड़ा बवाल

शुभमन गिल का 'Prince' बैट स्टिकर विवाद: फैंस क्यों हुए नाराज़? 2025

शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा हैं। वो न केवल एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ हैं, बल्कि अब भारत की कप्तानी की ज़िम्मेदारी भी उनके कंधों पर है। लेकिन इस बार उनका नाम परफॉर्मेंस की वजह से नहीं, बल्कि एक छोटे से बैट स्टिकर की वजह से वायरल हो रहा है।

गिल के बैट पर एक स्टिकर देखा गया है जिसमें शुभमन गिल का ‘Prince’ बैट स्टिकर को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया है।ऊपर MRF और नीचे “Prince” लिखा है। यह स्टिकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है और फैंस इसकी जमकर आलोचना कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर क्यों भड़के फैंस?

भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा शेयर की गई एक तस्वीर में गिल का यह ‘Prince’ लिखा हुआ बैट साफ़ दिखाई देता है। इसके बाद ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर फैंस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए:

  • “आप खुद को ‘Prince’ कैसे कह सकते हैं?”
  • “विराट कोहली को लोग ‘King’ कहते हैं, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा स्टिकर इस्तेमाल नहीं किया।”
  • “सचिन तेंदुलकर को लोग ‘God’ कहते हैं, लेकिन उन्होंने कभी ‘God’ लिखा बैट नहीं पकड़ा।”

फैंस का मानना है कि ऐसे टाइटल्स खिलाड़ी की परफॉर्मेंस से बनते हैं, न कि खुद से प्रचार करके।

क्या सिर्फ स्टिकर ही मसला है?

नहीं। यह विवाद सिर्फ एक शब्द या स्टिकर तक सीमित नहीं है। यह परफॉर्मेंस, आत्म-प्रचार और नेतृत्व की जिम्मेदारी को लेकर लोगों की सोच को भी दर्शाता है।

कुछ फैंस की राय

  1. “The overrated prince of Indian cricket…”
    • एक यूजर ने गिल को ‘सेल्फ ऑब्सेस्ड’ कहा और उनकी टेस्ट एवरेज को निशाना बनाते हुए लिखा कि उन्होंने अब तक कोई खास ओवरसीज़ परफॉर्मेंस नहीं दी है।
  2. “Sachin never used ‘God’ on bat, Virat never used ‘King’ – You earn the tag by performance, not by sticker.”
    • एक क्रिकेट लवर ने इसे आत्म-प्रशंसा की संज्ञा दी और कहा कि टाइटल्स खुद नहीं बनाए जाते, वो परफॉर्मेंस से मिलते हैं।
शुभमन गिल का 'Prince' बैट स्टिकर विवाद: फैंस क्यों हुए नाराज़? 2025

शुभमन गिल की परफॉर्मेंस पर भी सवाल

अगर आंकड़ों की बात करें तो शुभमन गिल की टेस्ट में एवरेज 35 के आसपास है। सेना (South Africa, England, New Zealand, Australia) देशों में उनका रिकॉर्ड उतना मजबूत नहीं रहा है। ओवरसीज़ सेंचुरी की बात करें तो उनके आंकड़े अब तक निराशाजनक रहे हैं।

यह भी एक वजह है कि लोग सवाल उठा रहे हैं – क्या परफॉर्मेंस के बिना खुद को ‘Prince’ कहना सही है?

ये भी पढ़ें – RCB Team Sale News 2025: क्या सच में बिक रही है आरसीबी?

IPL 2024 में भी ‘Prince’ स्टिकर?

यह कोई पहली बार नहीं है जब गिल ने ‘Prince’ लिखा बैट इस्तेमाल किया हो। IPL 2024 के दौरान भी उनके बैट पर यही स्टिकर देखा गया था। सवाल यह है कि क्या यह स्टिकर खुद गिल ने डिज़ाइन करवाया, या MRF ने विशेष रूप से उनके लिए बनाया?

यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन चर्चा का विषय ज़रूर बन गया है।

क्या शुभमन गिल अगला विराट कोहली हैं?

जब गिल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था, तब उन्हें ‘Next Virat Kohli’ कहा गया था। उनमें लीडरशिप क्वालिटीज़ भी नज़र आती हैं। लेकिन फैंस का मानना है कि जब तक कोई खिलाड़ी अपनी परफॉर्मेंस से लोगों का दिल नहीं जीतता, तब तक ऐसे टाइटल्स सिर्फ दिखावा होते हैं।

इंग्लैंड दौरा: गिल के लिए अग्निपरीक्षा

भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी सीरीज़ खेलने जा रही है, जिसमें शुभमन गिल कप्तान होंगे। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वो अपने प्रदर्शन से आलोचकों का मुंह बंद कर पाएंगे?

फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि गिल परफॉर्मेंस से यह साबित करें कि वो सच में ‘Prince’ कहलाने के लायक हैं।

क्या ‘Prince’ स्टिकर एक ब्रांडिंग स्ट्रेटेजी है?

आज के दौर में क्रिकेट केवल मैदान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक ब्रांड और छवि (Image) का खेल बन चुका है। विराट कोहली हों या एमएस धोनी – सभी खिलाड़ियों ने अपनी एक विशेष ब्रांड पहचान बनाई है। शुभमन गिल का ‘Prince’ स्टिकर भी कहीं न कहीं उनके ब्रांड निर्माण की कोशिश लगती है।

उनके स्टाइलिश लुक्स, शांत स्वभाव, और युवा फैनबेस के बीच वो पहले से ही एक “Youth Icon” के रूप में उभर रहे हैं। ऐसे में ‘Prince’ टैग शायद एक ब्रांडिंग एंगल हो – जिससे वो खुद को एक खास पहचान देना चाहते हैं।

ये भी पढ़ें – क्या रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 वर्ल्ड कप खेल पाएंगे?

लेकिन सवाल यह है कि क्या यह पहचान खुद बनानी चाहिए या परफॉर्मेंस के दम पर लोगों को यह कहने देना चाहिए?

शुभमन गिल का 'Prince' बैट स्टिकर विवाद: फैंस क्यों हुए नाराज़? 2025

सोशल मीडिया और ट्रोलिंग

आज का युग सोशल मीडिया का है जहां खिलाड़ी जितना अच्छा खेलते हैं, उससे कहीं ज्यादा वो अपनी छवि और बर्ताव से जज किए जाते हैं। शुभमन गिल का मामला भी यही दर्शाता है।

ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लाखों लोग एक खिलाड़ी की हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। जरा सी भी चूक हो, तो ट्रोलिंग शुरू हो जाती है। Shubman Gill Career Stats – ESPNcricinfo

यह ट्रोलिंग कभी-कभी रचनात्मक आलोचना का रूप लेती है, लेकिन कई बार यह खिलाड़ी के आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकती है। खासकर युवा खिलाड़ियों के लिए, यह मानसिक दबाव बन सकता है।

क्या शुभमन गिल को ऐसे ट्रोल्स की परवाह करनी चाहिए?

उनकी उम्र कम है, लेकिन अनुभव अच्छा है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि वो इस आलोचना को अपने खेल में सुधार के मौके के रूप में लें और मैदान पर जवाब दें। Sources: Shubman Gill

निष्कर्ष: स्टिकर से बड़ा मुद्दा – पहचान की लड़ाई

यह विवाद सिर्फ एक शब्द का नहीं है। यह सवाल है एक खिलाड़ी की पहचान, परफॉर्मेंस और जिम्मेदारी का। शुभमन गिल के पास अब मौका है – आलोचनाओं को जवाब देने का, मैदान पर बल्ले से।

अगर वो इंग्लैंड दौरे में कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों में दम दिखाते हैं, तो शायद यह ‘Prince’ का स्टिकर सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि असली उपाधि बन जाए।

ये भी पढ़ें – विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास: एक युग का अंत 2025 » हिंदी समाचार

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. शुभमन गिल के बैट पर ‘Prince’ क्यों लिखा है?

यह स्पष्ट नहीं है कि यह स्टिकर खुद गिल ने डिज़ाइन किया या MRF ने, लेकिन यह स्टिकर IPL 2024 से ही उनके बैट पर देखा जा रहा है।

Q2. क्या विराट कोहली ने कभी ‘King’ लिखा बैट इस्तेमाल किया है?

नहीं। विराट कोहली को फैंस ‘King’ कहते हैं लेकिन उन्होंने कभी ऐसा स्टिकर अपने बैट पर नहीं लगाया।

Q3. क्या ‘Prince’ स्टिकर से गिल की परफॉर्मेंस पर असर पड़ा है?

अभी तक की परफॉर्मेंस को देखते हुए, फैंस उनकी स्थिरता और ओवरसीज़ प्रदर्शन पर सवाल उठा रहे हैं।

Q4. शुभमन गिल की कप्तानी कैसी रही है अब तक?

गिल ने U19 स्तर पर और IPL में लीडरशिप क्वालिटी दिखाई है, लेकिन अब सीनियर लेवल पर असली परीक्षा होगी।

Q5. क्या ‘Prince’ टाइटल उनके लिए सही है?

टाइटल परफॉर्मेंस से मिलते हैं। यदि शुभमन गिल इंग्लैंड दौरे में शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो यह टाइटल सही साबित हो सकता है।

इस पोस्ट को शेयर करे :
WhatsApp
Telegram
Facebook
Twitter
LinkedIn