बुधवार, 18 जून 2025

हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान की ISI के लिए कर रही थी जासूसी, 6 गिरफ्तार

ज्योति मल्होत्रा Jyoti Malhotra

हरियाणा की चर्चित यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ज्योति का यूट्यूब चैनल “Travel with Jo” लाखों फॉलोअर्स के बीच लोकप्रिय है, लेकिन अब वह देशद्रोह के गंभीर आरोपों का सामना कर रही है।

पाकिस्तान यात्रा से शुरू हुआ मामला

सूत्रों के अनुसार, 2023 में ज्योति ने पाकिस्तान का दौरा किया था। यह यात्रा उसे पाकिस्तान हाई कमीशन की मदद से वीजा लेकर करवाई गई थी। वहां उसकी मुलाकात एहसान उर रहीम उर्फ़ दानिश नामक कर्मचारी से हुई, जो बाद में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा निकला।

दानिश ने ज्योति को ISI के दो और एजेंट्स – अली हसन और शाकिर उर्फ़ राणा शहबाज (फोन में सेव नाम: “जट्ट रंधावा”) से मिलवाया। ज्योति इन एजेंट्स के साथ WhatsApp, Telegram और Snapchat जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स पर संपर्क में रही।

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सोशल मीडिया के जरिए फैलाया गया ISI का प्रोपेगेंडा

जांच एजेंसियों के मुताबिक, ज्योति ना केवल सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की छवि सुधारने का काम कर रही थी, बल्कि भारत से संबंधित संवेदनशील जानकारियां भी साझा कर रही थी। उसे दानिश और अली हसन के माध्यम से ISI अधिकारियों से भी मिलवाया गया। वह इंडोनेशिया यात्रा के दौरान भी उनके संपर्क में रही।

गिरफ्तार किए गए अन्य लोग

इस मामले में अब तक छह लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें हरियाणा और पंजाब के निवासी शामिल हैं:

  • गजाला (पंजाब के मरेल कोटला से): वित्तीय लेन-देन में शामिल रही और पाकिस्तान वीजा के लिए दानिश की मदद से प्रक्रिया पूरी की।
  • यामीन मोहम्मद: हवाला और अन्य माध्यमों से पैसों का ट्रांसफर करता था।
  • देवेंद्र सिंह ढिल्लों (कैथल): पाकिस्तान एजेंट्स को सैन्य छावनी की जानकारी भेजी।
  • अरमान (हरियाणा): भारतीय सिम कार्ड्स और डिफेंस एक्सपो में पाकिस्तानी एजेंट्स के लिए मदद की।
ज्योति मल्होत्रा Jyoti Malhotra

भारतीय कानून के तहत मामला दर्ज

ज्योति मल्होत्रा पर BNS की धारा 152 और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धाराओं 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच हिसार की आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दी गई है।

भारत सरकार ने 13 मई 2025 को दानिश को “persona non grata” घोषित किया और देश छोड़ने का आदेश दिया। इससे पहले ज्योति से लिखित स्वीकारोक्ति भी ली जा चुकी है।

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प्यार और फरेब का जाल: गजाला की कहानी

गजाला, जो एक विधवा महिला है, 2025 में दानिश से मिली और प्यार में फंस गई। दानिश ने वादा किया कि वह उससे शादी करेगा और उसे पाकिस्तान का वीजा भी दिलवाया। उसने उसे ₹10,000 और फिर ₹20,000 भेजे और उन पैसों को दूसरों को ट्रांसफर करने को कहा। गजाला ने भरोसे में आकर ऐसा ही किया, और बाद में उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।

भारत की एजेंसियां सतर्क: अब सोशल मीडिया पर बढ़ी निगरानी

इस घटना के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी और सख्त कर दी है। विशेष रूप से वे अकाउंट्स जो विदेशी यात्राओं, ISI से जुड़े हैशटैग, या पाकिस्तान से सहानुभूति जताने वाली सामग्री पोस्ट कर रहे हैं, अब जांच के दायरे में हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भी इस मामले को गंभीर मानते हुए अन्य राज्यों की पुलिस को अलर्ट कर दिया है। यह केस न केवल एक जासूसी गतिविधि बल्कि साइबर और डिजिटल माध्यम से हो रहे राष्ट्रविरोधी षड्यंत्रों को सामने लाने वाला है।

निष्कर्ष

ज्योति मल्होत्रा का मामला यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया की आड़ में किस तरह खुफिया गतिविधियां चलाई जा सकती हैं। यह एक बड़ा अलर्ट है कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले चाहे जितने लोकप्रिय क्यों न हों, कानून से बच नहीं सकते।

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