सुबह खाली पेट हल्दी पानी पीने के 10 चमत्कारी फायदे।
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आज हम बात करेंगे एक ऐसी सिंपल सी ड्रिंक के बारे में जो कि आपकी हेल्थ को बहुत सारे बेनिफिट्स दे सकती है क्या आपने कभी सोचा है कि एक ग्लास टर्मरिक वाटर यानी हल्दी का पानी आपकी हेल्थ को कैसे बेहतर बना सकता है हल्दी पानी पीने के 10 चमत्कारी फायदे और साइंटिफिकली प्रोवन हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में बताएंगे।
हल्दी पानी पीने के 10 चमत्कारी फायदे का पानी पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं किस मौसम में इसको पीना चाहिए कैसे हल्दी का पानी बनाया जाता है और इसको ज्यादा पीने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
हल्दी पानी पीने के 10 चमत्कारी फायदे:
सुबह खाली पेट हल्दी पानी पीना स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी हो सकता है। हल्दी में मुख्य सक्रिय तत्व कर्क्यूमिन होता है, जो इसके औषधीय गुणों का कारण है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह संक्रमण और बीमारियों से बचाव में मदद करता है।
1 – इंफ्लेमेशन:
आजकल के इस हेक्टिक लाइफ स्टाइल में इन्फ्लेमेशन यानी कि सूजन बहुत ही कॉमन सी प्रॉब्लम बन गई है इंफ्लेमेशन आपके जोड़ों के अंदर हो सकता है जिससे कि अर्थराइटिस हो सकती है नसों के अंदर हो सकता है जिससे कि इनमें ब्लॉकेज का खतरा बढ़ता है दिल की बीमारियां पैदा हो सकती हैं हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है और इवन कुछ टाइप्स के कैंसर्स भी पैदा हो सकते हैं ऐसे में इन सभी प्रॉब्लम से बचने के लिए एक नेचुरल उपाय है।
हल्दी का पानी हल्दी का पानी आपको जॉइंट पेन में इंजरी में सूजन में और दर्द को कम करने में तो फायदा करता ही है साथ ही साथ हार्ट डिजीज और कुछ तरह के कैंसर्स के रिस्क को भी कम करता है हल्दी के अंदर एक कंपाउंड पाया जाता है जिसे करक्यूमिन बोला जाता है और करक्यूमिन के अंदर बहुत ही जबरदस्त बहुत ही पावर फुल एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं और इसी वजह से यह इन सभी बीमारियों से प्रोटेक्शन देता है।
2 – प्रोटेक्टिव शील्ड:
एंटीऑक्सीडेंट वो कंपाउंड्स होते हैं जो कि हमारी बॉडी को फ्री रेडिकल से यानी जो हमारी बॉडी में नुकसान देह चीजें होती हैं जो कि इंटरनल बॉडी में डैमेज पैदा करती हैं ऐसे तत्त्वों से बचाते हैं करक्यूमिन एक प्रोटेक्टिव शील्ड की तरह एक ढाल की तरह काम करता है जो कि हमारी सेल्स को ऑक्सीडेटिव डैमेज से प्रोटेक्ट करता है हमारी स्किन को हेल्दी रखता है और हमारी इम्युनिटी को भी बूस्ट करता है।
खासतौर से ऐसे लोग जिनके स्किन का कलर जो है वो फीका हो गया है उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे पर झुरियां नजर आने लगी हैं बॉडी के अंदर कमजोरी आने लगी है और जो कि अपनी वक्त से पहले ही अपनी उम्र से पहले ही बूढ़े दिखाई देने लगे हैं वक्त से पहले ही बड़ी-बड़ी बीमारियां पैदा होने लगी हैं ऐसे लोगों के लिए हल्दी का पानी इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद होता है इनफैक्ट ऐसे लोग जो कि हेल्दी भी हैं अगर वह शुरू से ही हल्दी का पानी पीने की आदत डाल लें तो आगे चलकर बुढ़ापे में इस तरह की बीमारियां होने का रिस्क भी ऐसे लोगों में काफी ज्यादा कम होता है।
3 – इम्यून सिस्टम:
हल्दी का पानी पीने से आपकी इम्युनिटी बढ़ती है एक मजबूत इम्यून सिस्टम हमारी बॉडी को डिफेंस मैकेनिज्म की तरह काम करता है जो कि हमें इंफेक्शन से वायरस से और डिजीज से प्रोटेक्ट करता है लेकिन कभी-कभी क्या होता है कि ये जो इम्युनिटी है यह वीक हो जाती है जिससे कि हम आसानी से बीमार पड़ते जाते हैं।
जैसे कि अक्सर आपने देखा होगा बहुत सारे ऐसे इंसान होते हैं जो कि बहुत कम बीमार पड़ते हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बार-बार बीमार पड़ते रहते हैं ऐसा दरअसल इन दोनों लोगों की इम्युनिटी के अंदर पाए जाने वाले डिफरेंस की वजह से होता है एक की इम्युनिटी अच्छी होती है एक की कमजोर होती है।
हल्दी में मौजूद जो करक्यूमिन है ये ना सिर्फ एक एंटीऑक्सीडेंट है ना सिर्फ एक एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट है बल्कि ये इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करने में मदद करता है इनफैक्ट स्टडीज ने भी यह साबित किया है कि हल्दी का रेगुलर सेवन इम्यून सेल्स की एक्टिविटी को बढ़ा देता है जो कि इंफेक्शन और बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करती है।
4 – पाचन क्रिया:
हल्दी का पानी आपके पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है। अच्छा डाइजेशन ओवरऑल हेल्थ को मेंटेन करने के लिए बहुत ही क्रूशियल होता है। कभी हम सब को इंडाइजेशन, ब्लोटिंग या एसिडिटी जैसे प्रॉब्लब फेस करनी पड़ती है ऐसे में हल्दी डाइजेस्टिव ट्रैक्ट के इंफ्लेमेशन को रिड्यूस करता है जो कि इनडाइजेशन और ब्लोटिंग को कम करने में मदद करता है।
5 – त्वचा का निखार:
हल्दी का पानी आपकी स्किन के लिए एक नेचुरल टोनर की तरह काम करता है। एक वरदान की तरह एक अमृत की तरह काम करता है इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज एक्ने और दूसरे स्किन इनफेक्शंस को रोकने का काम करते हैं यही नहीं हल्दी का पानी पीने से रंग भी निखरता है स्किन में ग्लो आता है और दाग धब्बे भी दूर होते हैं इसलिए रोजाना हल्दी का पानी इस्तेमाल करने से आपकी स्किन क्लीन क्लियर और रेडिएंट बन सकती है और वो भी बिना किसी केमिकल के।
6 – जॉइंट्:
बहुत सारे लोग स्पेशली बूढ़े लोग जॉइंट पेन यानी कि जोड़ों के दर्द से और स्टिफ्ट से अर्थराइटिस का सामना करते रहते हैं इससे परेशान रहते हैं और ये सभी जॉइंट प्रॉब्लम्स यूजुअली इंजरी या फिर अर्थराइटिस जैसी कंडीशंस की वजह से यानी जोड़ों में सूजन होने की वजह से होते हैं इसलिए इन सभी प्रॉब्लम्स का सामना करने के लिए हल्दी का पानी बहुत ही मदद करता है क्योंकि जैसा मैंने आपको बताया कि हल्दी के अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं तो इसकी वजह से ये जोड़ों के अंदर सूजन को कम करने का काम करता है।
7 – लीवर:
लीवर हमारी बॉडी का एक बहुत ही इंपॉर्टेंट ऑर्गन है जो कि डिटॉक्सिफिकेशन, मेटाबॉलिज्म और डाइजेशन में क्रिटिकल रोल प्ले करता है लेकिन अनहेल्दी लाइफस्टाइल एक्सेसिव अल्कोहल कंजमेशन की वजह से लीवर हमारा डैमेज भी हो सकता है इसके अंदर खराबी होने का रिस्क भी बढ़ सकता है और ऐसे में हल्दी यानी टरमेरिक का जो वाटर है यह हमारे लिवर सेल्स को प्रोटेक्ट करने में हमारी हेल्प करता है स्टडीज ने दिखाया है कि करक्यूमिन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और इंफ्लेमेशन को कम करके लिवर डैमेज से हमें प्रोटेक्शन देता है ये लिवर फंक्शन को भी बेहतर बनाता है और साथ ही साथ लिवर डिजीज के रिस्क को भी कम करता है।
8 – वजन कंट्रोल:
अगर आप मोटे हैं वजन को घटाना चाहते हैं बॉडी फैट को कम करना चाहते हैं तो आपको हल्दी का पानी पीना चाहिए हल्दी का पानी इंफ्लेमेशन को रिड्यूस करता है जो कि ओबेसिटी यानी मोटापे से लिंक्ड होता है क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन आपकी बॉडी के फैट स्टोरेज को बढ़ा सकता है जिससे कि वेट गेन का रिस्क बढ़ता है करक्यूमिन के एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज इंफ्लेमेशन को रिड्यूस करके आपको वेट मैनेजमेंट में मदद करती हैं।
लेकिन एक बात हमेशा याद रखिएगा कि सिर्फ और सिर्फ हल्दी का पानी पीने से ही वजन नहीं घट जाएगा इसके साथ हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना हेल्दी डाइट को फॉलो करना लो कैलरी डाइट खाना और साथ ही साथ रेगुलर एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है सिर्फ यह सोच के कि हल्दी का पानी पिएंग तो उसी से सारा फैट घट जाएगा यह एक गलत धारणा है आपकी गलत सोच है इसलिए एक ओवरऑल होलिस्टिक अप्रोच अपनाए और साथ में उसमें आप हल्दी का पानी भी इस्तेमाल करना शुरू करिए और फिर देखिए कि इससे आपको कितना बढ़िया फायदा मिलता है।
9 – ब्लड शुगर लेवल्स और डायबिटीज:
हल्दी में पाया जाने वाला जो करक्यूम है जिसकी बार-बार हम बात कर रहे हैं ये इंसुलिन सेंसिटिविटी को इंप्रूव करता है जिससे कि आपकी शुगर कंट्रोल करने में आसानी होती है तो अगर आप प्री डायबिटिक हैं या डायबिटीज का रिस्क आपके अंदर ज्यादा है तो हल्दी का पानी अपने डेली रूटीन में यूज करना आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
10 – हार्ट हेल्थ:
हल्दी का पानी एंडोथीलियम फंक्शन यानी नसों के अंदरूनी सतहों के हेल्थ को इंप्रूव करने में आपकी मदद करता है एंडोथीलियम एक थीम मेंबरिन होती है जो कि हमारे ब्लड सेल्स के अंदर से उसको कवर करती है और खून के दबाव को कंट्रोल करने में बहुत ही अहम भूमिका निभाती है जिससे कि ब्लड वेसल्स रिलैक्स भी होते हैं और डायलेट भी होते हैं इसी के साथ हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल्स को भी कंट्रोल में रखने में आप की हेल्प करता है।
तो अगर आप अपने हार्ट को नेचुरली हेल्दी रखना चाहते हैं तो आपके लिए टर्मरिक वाटर यानी हल्दी का पानी एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन है।
हल्दी पानी कब पीना चाहिए
हल्दी के पानी को आप साल भर हर मौसम में कंज्यूम कर सकते हैं इसको आप सुबह खाली पेट पी सकते हैं या फिर रात को सोने से पहले भी पी सकते हैं आप हल्दी को पानी की जगह दूध के साथ भी पी सकते हैं लेकिन ऐसा करना उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है जो कि जोड़ों के दर्द से परेशान है जिनकी हड्डियां कमजोर हैं अगर आपको लिवर प्रॉब्लम है या कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है या दिल की कोई बीमारी है या फिर अगर आप वेट को मेंटेन करना चाहते हैं तो ऐसे में हल्दी का पानी लेना आपके लिए ज्यादा अच्छा ऑप्शन होता है।
अक्सर लोगों के मन में एक बहुत बड़ा डाउट रहता है और वो यह कि कच्ची हल्दी ज्यादा फायदेमंद होती है या फिर सूखी हल्दी का पाउडर जो कि जनरली हमें मार्केट में मिलता है घरों में अवेलेबल होता है तो अगर आपको फ्रेश हल्दी मिल रही है कच्ची हल्दी मिल रही है तो यह आपके लिए ज्यादा बेहतर होती है बेस्ट होती है क्योंकि इसके अंदर मैक्सिमम पोटेंसी होती है करक्यूमिन कंटेंट ज्यादा होता है लेकिन अगर आपको कन्वीनियंस चाहिए और कच्ची हल्दी आपके पास अवेलेबल नहीं है तो ड्राइड टर्मरिक पाउडर यानी कि सूखी हल्दी का पाउडर भी आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है जो कि आप यूज कर सकते हैं।
कैसे बनाए:
हल्दी के पानी को तैयार करने के लिए एक गिलास पानी को आप गर्म कीजिए और इसमें आधा से एक चम्मच टीस्पून हाई क्वालिटी हल्दी का पाउडर या एक छोटा सा टुकड़ा आप फ्रेश हल्दी का कूट कर डाल दीजिए और फिर इसको अच्छे से उबाल लीजिए जब ये उबल जाए तो इसको आप छान कर एक गिलास में निकाल लीजिए और इसमें एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर भी ऊपर से ऐड कर दीजिए ताकि जो करक्यूमिन है इसका अब्जॉर्प्शन बढ़ जाए इस मिक्सचर को आप सुबह खाली पेट या फिर रात को सोने से पहले पी सकते हैं वैसे हल्दी एक नेचुरल और सेव स्पाइस है जो कि यूजुअली कोई नुकसान नहीं देती है।
हल्दी पानी कब नहीं लेना है:
कुछ केसेस में आपको हल्दी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फेडिंग वुमेन है या फिर अगर आपको पित्ते की पथरी की शिकायत है या फिर अगर आपके पित्ते में सूजन है या अगर आप कोई ब्लड थिनिंग मेडिसिन ले रहे हैं या अगर आपको जीईआरडी यानी एसिड रिफ्लक्स की प्रॉब्लम है किडनी स्टोंस की प्रॉब्लम है या अगर आप डायबिटिक पेशेंट हैं और आपकी कोई दवाइयां चल रही हैं या फिर अगर आपके अंदर आयरन डिफिशिएंसी है तो ऐसे में हल्दी का पानी लेने से आपको बचना चाहिए ।
https://youtu.be/KpHikVo0fIk?feature=shared
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